हाइकु/सेदोका

हाइकू

सुख दुःख तो
आते जाते रहेंगे,
फिक्र न कर।
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दु:ख आया है
पहाड़ बनकर,
जाने के लिए।
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सुख दु:ख तो
स्थाई भाव नहीं,
चला ही जाता।
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सब कहते
सुख दु:ख जीवन,
सत्य वचन।
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सुख आया है
चला भी तो जायेगा,
आने के लिए
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@सुधीर श्रीवास्तव

*सुधीर श्रीवास्तव

शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल, बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002 व्हाट्सएप मो.-8115285921