हाइकु/सेदोका प्रवीन मलिक 06/06/201409/07/2016 हाइकु -1 बिखरे नीड़ भस्म हुये सपने हृदय पीड़ घिरे बादल अंतर्मन सिसके हम घायल कुश की शैया व्यथित हुआ भीष्म मृत्यु Read More