कांटों बिन जीना क्या जीना!
हम सुमनों की अजब कहानी, क्षणभंगुर है अपनी जवानी। भंवरे खुशबू ले जाते हैं, पत्ते झड़ें जब गिरता पानी॥ कांटों
Read Moreहम सुमनों की अजब कहानी, क्षणभंगुर है अपनी जवानी। भंवरे खुशबू ले जाते हैं, पत्ते झड़ें जब गिरता पानी॥ कांटों
Read Moreखुशियों का मौसम मतवाला ,इससे खोलो दुख का ताला। जब छिटके चांदनी सुहानी ,नौकायन कर झील में लाला। शिमला और
Read Moreहमको इंद्रधनुष अति भाता। पावस के अम्बर में आता।। सात रंग का धनुष इंद्र का। बैंगन जैसा रँग है चहका।।
Read Moreरिमझिम रिमझिम बरसे पानी टर्र टर्र बोले मेढ़क पंख फैलाए नाचे मोर गुड़िया बोले मैं भी नाचूं भीगू इस बरसात
Read Moreमोहन अपना छोटा बछड़ा, एक दिवस ले खेत गया, इधर-उधर वह लगा खेलने, खेलते-खेलते चौंक गया. मक्खी एक बड़ी तेजी
Read Moreसावन आया घेवर लाया। मुँह में मेरे पानी आया।। जाते जब बाजार पिताजी। लेने घर – सामग्री भाजी।। मैंने घेवर
Read Moreहे गणेश गणपति तव वंदन, गणपति उत्सव में अभिनंदन, दस दिन तक अब मौज रहेगी, हे शंकर सुत गौरी नंदन.
Read Moreजन्मदिवस तेरा आया है, मन मेरा हर्षाया है, कितनी सुंदर मुरली तेरी, मोरपंख मनभाया है. कोई कहता तुमको कान्हा, केशव-माधव-यशोमति
Read More