हाथी और दर्जी
एक था दर्जी, एक था हाथी, दोनों ही थे पक्के साथी, दर्जी करता खूब सिलाई, हाथी खाता खूब मिठाई. हाथी
Read Moreएक था दर्जी, एक था हाथी, दोनों ही थे पक्के साथी, दर्जी करता खूब सिलाई, हाथी खाता खूब मिठाई. हाथी
Read Moreएक पेड़ पर रहता था, गौरैया का सुंदर जोड़ा, थोड़ा-सा वो समझदार था, अलबेला था थोड़ा-थोड़ा. सोचा इक दिन गौरैया
Read Moreमिट्टी की सौंधी खुशबू, जो गीत गा रही है, उस गीत से वतन की, मृदु गंध आ रही है. मिट्टी
Read Moreगणतंत्रदिवस गणतंत्र दिवस का पावन पर्व इस बार पुनः आया है गांव गली और शहर में इसका ही उत्साह छाया
Read Moreआज के बच्चे कल के नेता, आगे बढ़ते जाएंगे देश की सेवा करने हेतु, मिलकर कदम बढ़ाएंगे- मत समझो
Read Moreतुझको नमन ऐ मेरे वतन, महिमा तेरी मैं क्या कहूं? तेरे गुणों का गान मैं, हरदम यों ही करती रहूं.
Read Moreजंगल एक घना था जिसमें, बब्बर शेर रहा करता था, नित्य जानवरों को खाकर वह, अपना पेट भरा करता था.
Read Moreभोर खिली, सूरज मुस्काया देख-देख अंबर हर्षाया चुमकी चिड़िया जाग गयी है सारी सुस्ती भाग गयी है उसकी माँ
Read Moreमोची एक था रोज बनाता, जूते सुंदर और मजबूत, पर पैसे कम मिलते थे तो, बनते जूते जोड़ी एक. मोची
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