लघुकथा : ऐसा नसीब
माह भर ही हुआ था महनूर का हसिफ से तलाक हुए। अब उसके जेहन में हमेशा एक ही
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Read Moreसुबह के करीब आठ बज चुके थे, और शर्मा जी को ऑफिस 9:00 बजे जाना था, इसलिए वो काफी परेशान
Read More“सौम्या, तुम इतनी सादी साड़ी और साधारण मेकअप में साहित्यिक
Read More“अरे!तू तीन दिनों से घर नहीं आया।कहाँ था?तुझे बिल्कुल हमारी परवाह नहीं है।तेरे
Read More“दीनानाथ जी, आप बहुत कम बोलते हैं, कोई समस्या?” बुजुर्ग-समूह में बैठे उनके मित्र ने पूछा.“कोई सठियाने का ताना न
Read Moreविश्व पर्यावरण दिवस पर हर गली-मुहल्ले में सम्मेलन करने का आदेश ऊपर से आया हुआ था. सभी छुटभैये नेताओं को
Read Moreलघुकथाअंतरात्मा की आवाज“भैया जी, दस कॉटन मास्क, बारह सेनिटाइजर और बारह डिटॉल हैंडवॉश दे दीजिएगा।” जगतसिंह ने कहा।“सर, इतना सारा
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