कुंडलिया छन्द : लालू को जेल
चारा खाकर के चले, लालू भइया जेल रबड़ी भउजी सिसकतीं, कब तक होगी बेल कब तक होगी बेल,उधर तेजस्वी भइया
Read Moreचारा खाकर के चले, लालू भइया जेल रबड़ी भउजी सिसकतीं, कब तक होगी बेल कब तक होगी बेल,उधर तेजस्वी भइया
Read Moreबबुवा हारे अब तलक, ‘उन्तिस’ बार चुनाव चमचे फिर भी चहकते, जैसे ऊद बिलाव जैसे ऊद बिलाव, तनिक देखो बेशर्मी
Read Moreअपना भारत देश जो,लगे सुरक्षित आज। हर पल सेवारत् रहें,दृढ़ता से जांबाज। दृढ़ता से जांबाज,रहें जल-थल-अंबर में। तब जाकर सुख-चैन,प्राप्त
Read Moreडिब्बा है चौकोर पर, खुद है गोल-मटोल काट तिकोने प्यार से, उसको पिज़्ज़ा बोल उसको पिज़्ज़ा बोल, बेस है मोटा
Read Moreछंद, विधान~[ नगण नगण सगण गुरु गुरु] ( 111 111 112 2 2 ) 11वर्ण,4 चरण, दो चरण समतुकांत सकल
Read More1 – बाबा जी के ढोंग से, मिली आज यह सीख | झूठों को पतियात जग,सच को मिले न भीख||
Read Moreमाया का चक्कर अजब ,भटक रहा इंसान कोई लंदन जा बसा , कोई है जापान कोई है जापान , लौट
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