क्षणिका *ब्रजेश गुप्ता 21/03/202523/03/2025 0 Comments क्षणिका जो कहते थे मोहब्बत में जी न सकेंगे तुम बिन मर जायेंगे हम वो भी जिन्दा हैं हम भी जिन्दा Read More
क्षणिका अशोक दर्द 15/03/202515/03/2025 0 Comments क्षणिकाएं क्षणिकाएं1सत्ता की जादूगरी काकमाल तो देखिएकोई रोजगार नहीं दिखताफिर भी मालामाल देखिए।।2 आदमी की संवेदना जो छीन लीमोबाइल नेएक दिन Read More
क्षणिका *ब्रजेश गुप्ता 03/03/202505/03/2025 मुखोटे मुखोटे पहन हम जी रहे कृतिम मुस्कुराटे बिखेर रहे अंदर कटुता से भरे बाहर मधुर मधुर गीत बोल रहे Read More
क्षणिका *ब्रजेश गुप्ता 19/01/202519/01/2025 क्षणिकएँ मैं जो भी हूँ कैसा भी हूँ तुम्हारी नज़रों से खुद को क्यों परखूं मुझे परखना है खुद को खुद Read More
क्षणिका *संजय वर्मा 'दृष्टि' 16/01/202516/01/2025 क्षणिका ढूंढती हैं निगाहेंअब नजर आता न कोईजिन्हें देखने केइंतजार में थक जाती थी पलकें।यादों में चेहरे अबअक्सर अब दिल कोधड़काते Read More
क्षणिका *ब्रजेश गुप्ता 06/01/202518/01/2025 क्षणकायें मैंने सोचा है अब मैं भी हाँ में हाँ मिलाऊँगा चमचा होने का गौरव पाऊँगा Read More
क्षणिका *ब्रजेश गुप्ता 29/12/202418/01/2025 क्षणिका आने वाले बेसब्री से इंतज़ार है तेरा हाँ मुझे मालूम है तू रुकने वाला कहाँ आकर गुजर जायेगा Read More
क्षणिका *ब्रजेश गुप्ता 20/12/202419/01/2025 क्षणकायें हम जीये या मरें नहीं हमें इसकी कोई परवाह यह तो जीवन की है एक प्रक्रिया क्रम यह चलता ही Read More
क्षणिका *ब्रजेश गुप्ता 03/12/202404/12/2024 क्षणिका जहाँ से चले थे वहीं लौट आये हस्ताक्षर बनाना सीख कर फिर अंगूठे पर लौट आये Read More
क्षणिका *ब्रजेश गुप्ता 03/12/202404/12/2024 तमन्ना तमन्नाओं की बस्ती इस कदर उजड़ गई एक एक तमन्ना दम तोड़ती चली गई अब न रही कोई तमन्ना न Read More