क्षणिकाएँ
1प्रेम के तराजू पर सब हार जाओगे गर प्रेम को सच्चे दिल से निभाओगे प्रेम ही पूजा प्रेम इबादत प्रेम
Read Moreनाचो नाचो कि रश्मियों का राग गाकर सूर्य नाच रहा है, चंद्रमा अपनी शीतल किरणों से खुशी की कथा बांच
Read Moreलोग पूछते हैं- बेवजह मुस्कुराते हो क्यों? हमने कहा- मुस्कुराने के लिए किसी वजह की जरूरत नहीं होती. लोग पूछते
Read Moreबात बस मन की है मन न माने तो शहनाई की गूंज भी बन जाती है तनहाई मन में हो
Read Moreचश्मे के भीतर बंद आंखें हैं चश्मे के भीतर, बंद आंखों को तलाश है चमन में बहारों की चमन को
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