मरजीना (क्षणिका)
1. मरजीना *** मन का सागर दिन-ब-दिन और गहरा होता जा रहा दिल की सीपियों में क़ैद मरजीना बाहर आने
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Read More1. समय समय को आज तक कौन बांध पाया है? जिसने एकबारगी समय को समझ लिया, समय उसका साया है,
Read Moreनाचो नाचो कि रश्मियों का राग गाकर सूर्य नाच रहा है, चंद्रमा अपनी शीतल किरणों से खुशी की कथा बांच
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