विनम्र होना कठिन है
“साहस के अनुसार ही ज़िन्दगी फैलती और सिकुड़ती है !” कितना अच्छा कह गए भारतरत्न अब्दुल कलाम सर। ×××× जीवन
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Read Moreनेता नहीं हूँ कि मुझे ‘वोट’ चाहिए ! इसलिए मैं अपनी शर्तों के साथ जीता हूँ ! ×××× राजनीति यानी
Read Moreचाँदवाली सूत कातती बुढ़िया को अभी भी ‘ईद’ का इंतज़ार है ! ×××× किसी ने सच कहा है- जिंदगी उसी
Read Moreधर्मनिरपेक्षता की डींग हाँकने वाले राजनीतिक दल जातिवाद के प्रति कट्टर कईं बने रहते हैं ! एक दल में नाम
Read More‘मङ्गलम भगवान विष्णु, मङ्गलम गरुड़ध्वज; मङ्गलम पुण्डरीकाक्ष:, मंगलाय तनोsहरि:’ के शब्दार्थ क्या है? यह पुण्डरीकाक्ष कौन है? ×××× ‘अतिथि शिक्षकों’
Read Moreलेखक, विचारक और स्वतंत्रता सेनानी “विनायक दामोदर सावरकर” के जन्मदिवस (28 मई) पर सादर नमन और श्रद्धांजलि ! ×××× ‘विश्व
Read Moreपंजाब में आतंकवाद को जड़ से मिटानेवाले “के पी एस गिल” की पुण्यतिथि पर सादर नमन और श्रद्धांजलि…. ×××× निर्गुट
Read Moreएक महिला ने मुझसे कहा- शादी और दोस्ती समान उम्र, समान संपत्ति, समान शिक्षा, समान स्मार्टनेस से करनी चाहिए ?
Read Moreजाति, धर्म, समुदाय, नस्ल और प्रांत से परे मैं सिर्फ़ भारतीय हूँ ! चूँकि मेरे चेहरे सुंदर नहीं है, इसलिए
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