क्षणिका
ढूंढती हैं निगाहेंअब नजर आता न कोईजिन्हें देखने केइंतजार में थक जाती थी पलकें।यादों में चेहरे अबअक्सर अब दिल कोधड़काते
Read More-1-न उँगलियों में हलचल /न था कोई निशान /लगता है.. आज फिर डस गया /विश्वास के किसी को /छुपा हुआ…आस्तीन
Read Moreहम भी न आज होते अगर हम दो हमारे दो का नारा हमारे माता पिता ने भी लगाया होता न
Read More