क्षणिकाएँ
पिघल न जाये गर दिल तो कहना आँसूओं में मेरे संग संग चलना मिल जाये गर मुझ जैसा कोई और
Read Moreयहाँ तो हाथ भी लोग तकलीफ से मिलाते हैं, दिल क्या मिलाएंगे ? •••• निर्भया सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले
Read Moreएक है “पटना” ‘वाह’ भी तो, ‘आह’ लिए भी; पर सच्चाई यही है कि ये ‘पटने’ वाली नहीं है !
Read Moreजिसने प्रसव वेदना झेलकर और मुझे खूब रुलाकर, किन्तु पिता और परिवार को मुस्कराने का अवसर प्रदान की ! कैसी
Read Moreहर वो स्पर्श पुण्य है जब हम किसी अनजान की देह को- निःस्वार्थ प्रेम के साथ छूते हैं! हर वो
Read Moreऐसे भी लोग हैं, जो दूसरों को कभी नहीं खिलाते हैं, पर दूसरों से खाने के चक्कर में उनकी शादी-ब्याह
Read Moreबुरी नजरवाले तेरा मुँह काला ! जिनका मुँह पहले से काला है, उनके लिए कहावत क्या होगा? यही कि- ‘बुरी
Read Moreबहुत कोमल हैं पँखुड़ियाँ तुम्हारे फूल की- पर विचारों की भूमि तेरी; इतनी कट्टर, अनुर्वर क्यों है ? •••••• शादी
Read Moreकुछ लोग सिर्फ़ मटन खाते हैं, कुछ चिकेन, कुछ तो सिर्फ़ मछली खाते हैं; अगर तीनों एक ही जगह मिले,
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