6 मगरूर क्षणिकाएँ
1. मगरूर बहुत सुंदर हूँ मैं मगर दूर से… इश्क़ हूँ, कोई बुखार नहीं ! जो दवा से उतार
Read More1. मगरूर बहुत सुंदर हूँ मैं मगर दूर से… इश्क़ हूँ, कोई बुखार नहीं ! जो दवा से उतार
Read More1. सिर्फ तेरी सिर्फ़ तेरी इक हँसी ही, मेरे मुस्कराने की वजह है ! 2. राष्ट्रभाषा दिवस रोमन
Read Moreनैनो को नैनों से बतियाने दो…, ख्वाबों को नींद में सो जाने दो…! नींद है तो सपने हैं…, ख्याल है
Read More-1- जीते जी,,, सम्मान नहीं मरने पर श्राद्ध तर्पण कैसा घोटाला ? -2- अतृप्त मन स्नेह मृगतृष्णा, कैसे कर दूं,
Read More1. नेता जिसे न शुद्ध-शुद्ध लिखने आये, न बोलने आवे, न सुकृत्य कर पाए, दरअसल यह अव्याकरणाचार्य नहीं, ‘नेता’
Read More1. मगर अगर ‘जनप्रतिनिधियों’ से तात्पर्य ‘जनसेवक’ या जन सेवा करने को लेकर है, तो अविवाहित ही एमपी, एमएलए
Read More1. ठिकाना एक विवाहित स्त्री का कहीं ठिकाना यानी घर नहीं होती ! जब ससुराल में हो तो ननद
Read More1. गरीब के पास धनियों के पास बड़ा टीवी और छोटी लाइब्रेरी होती है, जबकि गरीब के पास छोटा
Read More1. अदाकार बेहतरीन अदाकार रितिक रोशन के पिताजी अभिनेता ‘राकेश रोशन’ के जन्मदिवस पर स्वस्थ और सानंद जीवन लिए
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