योग पर 4 दोहा मुक्तक
1.योग दिवस फिर आ गया, शुरू करें सब लोग।काया कल्प होता सिद्ध, नया नहीं न प्रयोग।।मिलकर घर में सब करें,
Read More1.योग दिवस फिर आ गया, शुरू करें सब लोग।काया कल्प होता सिद्ध, नया नहीं न प्रयोग।।मिलकर घर में सब करें,
Read Moreवक्त ने नहीं कद्र किया वक्त के बादशाह का,जिल्लत सह न दिया जवाब भद्रों के गुनाह का,वक्त देखो बदला कैसे
Read Moreनेता कुर्सी पर लदा,सुख का करता भोग।नेता जन के तंत्र का,बहुत बड़ा है रोग।। नेता से वादे झरें,बाहर आता झूठ।खड़ा
Read More