गौरी की होली
एक छोटी सी लड़की थी। नाम था गौरी। बहुत ही सीधी-सादी लड़की। गौरी किसी से ज्यादा बात नहीं करती थी।
Read Moreएक छोटी सी लड़की थी। नाम था गौरी। बहुत ही सीधी-सादी लड़की। गौरी किसी से ज्यादा बात नहीं करती थी।
Read Moreबंदर ने खोला धंधा, धंधा हो गया मंदा, बर्फी समोसे चाट-पापड़ी, का खोला था उसने धंधा. फिर हथियार खरीदे उसने,
Read Moreलिली का मैं फूल हूं, कीप के जैसा दिखता हूं, अपनी सुगंध, सुंदरता के चर्चे, मैं नित सुनता रहता हूं.
Read More“बहुत ठंड है। अभी तुम्हारे लिए गरम चादर तैयार करती हूंँ।” चाची ने कमरे के अंदर झाँककर देखा, सात साल
Read Moreपुराने समय की बात है …दादी प्लीज़ ठहरों मुझे आज राजा रानी की कहानी नहीं सुननी है मुझे तो आज
Read Moreसूरज के हिस्से दिन आया। निशि-अँधियारा शशि ने पाया। सूरज देता तेज उजाला। चमकाता चंदा तम काला।। संग उषा के
Read Moreएक डाल पर दो चिड़ियाएं, मस्त मगन थीं प्रेम-प्यार में, इधर नशीली वसंत की ऋतु, उधर वैलेंटाइन डे बहार
Read More