गुलाब के पांच बाल गीत-
रोज डे 22 सितंबर पर विशेष 1. कांटों में हंसना सीखो हम गुलाब हैं, खुश दिखते हैं, पर कांटों में
Read Moreरोज डे 22 सितंबर पर विशेष 1. कांटों में हंसना सीखो हम गुलाब हैं, खुश दिखते हैं, पर कांटों में
Read Moreछोटी-सी धरती पर देखो, भीड़ लगी है लोगों की, खाना-कपड़ा-पानी-बिजली, घर को तरसते लोगों की. अज्ञानी-अनपढ़ लोगों की, संख्या बढ़ती
Read More1. लोभी रामू रोज़ सवेरे मुर्गी चिनचिन, सोने का अंडा देती एक, खुश हो रामू ले लेता था, कहता मुर्गी
Read Moreमां मेरी इक विनती मान ले, आम की पौध तू मुझे मंगा दे, बगिया में इसको रोपूंगा, फलते देख खुश
Read Moreप्यार-दुलार, संस्कार है देते, वो शिक्षक कहलाते हैं। अंत:शक्ति जगा, देते आकार, वो शिक्षक कहलाते हैं।। अज्ञानी मन को तपा-तपा,
Read Moreछवि और अवि में अच्छी दोस्ती थी। दोनों एक दूसरे से कोई बात नहीं छुपाती। एक ही कॉलेज में होने
Read Moreबात पते की सुन लो बच्चो जब भी खेलो मिलकर खेलो। जब भी बोलो हंसकर बोलो, बातों में मिसरी सी
Read Moreपात्र परिचय—- मोहनी—छात्रा अंशिका—-छात्रा नवरत्न—छात्र आलोक–छात्र रौनक—छात्रा प्रधानाध्यापक—स्कूल के प्रमुख
Read More