क्रोध
क्रोध हमारा प्रबल शत्रु है, क्रोध से हरदम बचकर रहना, गुस्से में जाने क्या हो जाए, गुस्से की क्या वजह
Read Moreरिमझिम-रिमझिम पड़ीं फुहारे।बारिश आई अपने द्वारे।।—तन-मन में थी भरी पिपासा,धरती का था आँचल प्यासा,झुलस रहे थे पौधे प्यारे।बारिश आई अपने
Read Moreवीरबहूटी कहलाती हूँ। छूते ही शरमा जाती हूँ।। लाल रंग मखमल-सी काया। जिसने देखा रूप सुहाया।। रेंग – रेंग कर
Read Moreअधिक-से-अधिक पेड़ लगाओ, पर्यावरण बचाओ कार और मोटरसाइकिल का इस्तेमाल कम करो, पर्यावरण बचाओ साइकिल का उपयोग बढ़ाओ, पर्यावरण बचाओ
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