*बेटा-बेटी सभी पढ़ेंगे*
*बेटा-बेटी सभी पढ़ेंगे* …आनन्द विश्वास नानी वाली कथा-कहानी, अब के जग में हुई पुरानी। बेटी-युग के नए दौर की, आओ
Read More*बेटा-बेटी सभी पढ़ेंगे* …आनन्द विश्वास नानी वाली कथा-कहानी, अब के जग में हुई पुरानी। बेटी-युग के नए दौर की, आओ
Read Moreचुपके से आजाती धूप रोज सबेरे मेरे घर में चुपके से आ जाती धूप कंप-कंपी छुटा जाड़ा भगाती सुन्दर और
Read Moreआ गई हैं सर्दियाँ मस्ताइए। बैठकर के धूप में सुस्ताइए।। पर्वतों पर नगमगी चादर बिछी. बर्फबारी देखने को जाइए। बैठकर
Read Moreचिड़िया रानी, चिड़िया रानी, तुम तो निकली बड़ी सयानी। मेरी बगिया में तुम आई, एक पेड़पर जगह बनाई। मिहनत
Read Moreप्यारी दादी अम्मा मुझको, चंदा जरा दिखादे। चमक रहे हैं नभ् में तारे, उनसे बात करा दे। मोबाईल पर पूरी
Read Moreछक्कु हिरना, गगन सियार में, था पक्का याराना। छक्कु टी वी देखा करता, उसके घर रोजाना। दिखे मारते छक्का एक
Read Moreकचरा फेका बीच सड़क पर , बड़े बेशरम | टोकनियों में लाये भर भर ,
Read Moreनहीं गंदगी रहने देंगे आँगन का,कमरों का कचरा, हर दिन शाम खंगाला मैंने। सुबह सुबह
Read Moreथर थर कांपे हाथी दादा, कांपे खूब बंदर। ठंडी ठंडी हवा चली है, शीत वन के अंदर। शेर राजा
Read Moreप्रिय बच्चो, जय हिंद, कविता लिखना सीखते-सिखाते एक साल पूरा हो चला है. नए साल की आहट आने लगी है.
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