कविता

मुक्तक-नव वर्ष -2015 की शुभकामनायें

दो हजार पंद्रह का स्वागतम प्यार सब कर लो,
दो हजार चौदह की विदाई यार अब कर लो।
सभी कड़वाहट बिसारो सबको गले लगाकर,
फूल के जैसा अपने को तैयार अब कर लो॥

दिनेश”कुशभुवनपुरी”

2 thoughts on “मुक्तक-नव वर्ष -2015 की शुभकामनायें

  • विजय कुमार सिंघल

    ठीक है.

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    नए वर्ष के लिए बहुत अच्छा सन्देश दिया है दिनेश भाई .

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