गीतिका/ग़ज़ल

ग़ज़ल

बस तुम्हारा नाम ले हद से गुज़र जायेंगे हम.
इश्क के किस्से सुनायेंगे जिधर जायेंगे हम.

प्यार की टेढ़ी सडक पर कौन सीधे चल सका,
मुश्किलें होंगी मगर उस राह पर जायेंगे हम.

इस जहाँ में बस तुम्हीं से हाँ तुम्हीं से इश्क है,
तुमको पाने के लिये क्यों दर-ब-दर जायेंगे हम.

जब तुम्हारे हाथ हमने सौंप दी है ज़िन्दगी,
मौत भी चाहोगे तो पल भर में मर जायेंगे हम.

हम तुम्हारी चाहतों से फूल बनकर खिल गये,
गर मिटें तो खुशबुओं से जग को भर जायेंगे हम.

अर्चना पांडा 

*अर्चना पांडा

कैलिफ़ोर्निया अमेरिका