गीत/नवगीत

बहुत प्यार करते हैं

बहुत प्यार करते हैं तुमको वतन
बहुत खूबसूरत है ये अपना चमन

दक्षिण में सागर है उत्तर हिमालय
गगन चूमते है मस्जिद, शिवालय
संदेश देती है पहली किरण
बहुत प्यार करते है तुमको वतन….

दुश्मन यहाँ पर न हमें हो गवारा
भारत विना हमको न जीना दोबारा
चाहेंगे भारत को सातो जनम
बहुत प्यार करते है तुमको वतन….

लेते प्रण हम भारत में आके
भारत रहे इस दुनिया में आगे
पल-पल करेंगे हम ऐसा करम
बहुत प्यार करते हैं तुमको वतन
बहुत खूबसूरत है ये अपना चमन

दयाल कुशवाह

पता-ज्ञानखेडा, टनकपुर- 262309 जिला-चंपावन, राज्य-उत्तराखंड संपर्क-9084824513 ईमेल आईडी-dndyl.kushwaha@gmail.com

3 thoughts on “बहुत प्यार करते हैं

  • विजय कुमार सिंघल

    देश प्रेम की अच्छी कविता !

  • विजय कुमार सिंघल

    अच्छी देश-प्रेम कविता !

    • देव कुशवाहा

      जी धन्यवाद।

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