कविता

बेटियां होगी सुरक्षित

एक अख़बार में निविदा विज्ञापन
दहेज़ के दानव के विनाश हेतु
चाहिए एक बाण
ऐसी निविदा पढने के बाद
दिल को हुआ आराम ।

वर्तमान परिदृश्य में
बहुए जली /जलाई जा रही
ऐसे हादसों के कारण गावों के
कुएं की चरखियां ,घट्टीयों की आवाजें
ख़त्म होती जा रही ।

बाजारों में फ्रेमों के और कब्र के पत्थरों के
दाम यकायक बढ़ते जा रहे
सुने घर और आँचल में केसे छुपे बच्चे
छुपा- छाई का खेल वो खोते जा रहे
रिश्तों में कड़वाहट /लालची युग का
विष घुलता जा रहा ।

लगने लगा जेसे दहेज़ के लालची
दानवों का दायरा बढ़ता जा रहा
बढ़ते हुए दायरों को न रोक पाने का
कारण यह भी हो सकता है
कलयुग में बाण चलाना आता नहीं
या लोग डरपोक बन भागते जा रहे ।

निविदा की तिथिया बढती जा रही
अब संशोधनों के साथ
दहेज़ के दानवों के विनाश हेतु
चाहिए अब तरकशो से भरे बाण

इंतजार है ,कोई तो आएगा खरीदने
तभी ख़त्म हो सकेगी
दहेज़ के दानवों की विनाशलीला
और बेटियां होगी हर घरों में
सुरक्षित ।

— संजय वर्मा ‘दृष्टि’

*संजय वर्मा 'दृष्टि'

पूरा नाम:- संजय वर्मा "दॄष्टि " 2-पिता का नाम:- श्री शांतीलालजी वर्मा 3-वर्तमान/स्थायी पता "-125 शहीद भगत सिंग मार्ग मनावर जिला -धार ( म प्र ) 454446 4-फोन नं/वाटस एप नं/ई मेल:- 07294 233656 /9893070756 /antriksh.sanjay@gmail.com 5-शिक्षा/जन्म तिथि- आय टी आय / 2-5-1962 (उज्जैन ) 6-व्यवसाय:- ड़ी एम (जल संसाधन विभाग ) 7-प्रकाशन विवरण .प्रकाशन - देश -विदेश की विभिन्न पत्र -पत्रिकाओं में रचनाएँ व् समाचार पत्रों में निरंतर रचनाओं और पत्र का प्रकाशन ,प्रकाशित काव्य कृति "दरवाजे पर दस्तक " खट्टे मीठे रिश्ते उपन्यास कनाडा -अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विश्व के 65 रचनाकारों में लेखनीयता में सहभागिता भारत की और से सम्मान-2015 /अनेक साहित्यिक संस्थाओं से सम्मानित -संस्थाओं से सम्बद्धता ):-शब्दप्रवाह उज्जैन ,यशधारा - धार, लघूकथा संस्था जबलपुर में उप संपादक -काव्य मंच/आकाशवाणी/ पर काव्य पाठ :-शगुन काव्य मंच