संस्मरण – सपना पूरा हुआ
बचपन मे जब पहली बार गिनेस वर्ल्ड रिकॉर्ड के बारे में पढ़ा तो मन हुआ कि काश! मेरा भी नाम उसमे होता, मैं भी कुछ ऐसा कर पाती, जैसे जैसे बड़ी हुई, सपने धूमिल हो कर खोने लगे, खुद के बारे में फिर सोचना भी क्या था, अब बच्चे ही हमारा भविष्य लगने लगे, मगर इक दिन ख्वाबों में फिर से करवट ली, थोड़ी सी उम्र बढ़ी है, ज़िन्दगी तो खत्म नही हो गई, चल यारा कुछ करते है, और परिणाम यहाँ है, दिल्ली के शिवाजी स्टेडियम में 3री जून 2018 के दिन 1145 कलाकारों ने मिल कर इक कीर्तिमान बनाया और मुझे उसका हिस्सा बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ, और अपने दोस्तों के सहयोग से मेरा सपना पूरा हुआ…
— सुमन शाह