लघुकथा

नन्हा शहीद

” माँ ,वीरगति क्या होता है “???
” वीर जो किसी से डरे नही , अन्याय के खिलाफ लड़े , लड़ते लड़ते शहीद हो यानी मर जाये उसको वीर गति बोलते है ” ।
” माँ , फिर तो मैं भी सेना में जाकर वीरगति को प्राप्त करूँगा ।
” बड़ा तो हो जा, जरूरी नहीं की सेना में जाने से वीर कहलाते है । यहाँ देश के अंदर भी वीरों जैसे काम करते हुए मरते हैं तो भी वीरगति को प्राप्त करते है “।
तब उनको शहीद बोलते है।
” अच्छा माँ समझ गया मैं “।
तभी खबर आती है, कुछ बच्चे बारिश होने से नदी पर गए नहाने और वहाँ फंस गए है ।
वो तुरंत वहाँ जाता है सबको सुरक्षित बाहर ले आता है ।
अंत में जब वो खुद बाहर आ रहा होता है तब उसकी माँ को देख नदी में से ही खुश हो बोलता है ” देख माँ , मैं भी वीर हूँ ” ।
दोनो हाथ हिलाता है ।
एक बहाव पानी का उसको बहा ले जाता है ।
अब वो वीर से वीरगति पाने वाला शहीद हो गया।

— सारिका औदीच्य

*डॉ. सारिका रावल औदिच्य

पिता का नाम ---- विनोद कुमार रावल जन्म स्थान --- उदयपुर राजस्थान शिक्षा----- 1 M. A. समाजशास्त्र 2 मास्टर डिप्लोमा कोर्स आर्किटेक्चर और इंटेरीर डिजाइन। 3 डिप्लोमा वास्तु शास्त्र 4 वाचस्पति वास्तु शास्त्र में चल रही है। 5 लेखन मेरा शोकियाँ है कभी लिखती हूँ कभी नहीं । बहुत सी पत्रिका, पेपर , किताब में कहानी कविता को जगह मिल गई है ।