बाल कविता

बाल कविता – गुब्बारे  में

हवा   भर कर  गुब्बारे  में।
खेल रहा था मैं चौबारे में।।

हाथ में था , लगता प्यारा।
मस्त बढ़िया निक न्यारा।।

हाथों से  सहलाते जाता।
स्नेह मैं जतलाते जाता।।

अचानक  हाथ से  छुटा वह।
लगा मुझसे जैसे रूठा वह।।

टीकेश्वर सिन्हा “गब्दीवाला” 

टीकेश्वर सिन्हा "गब्दीवाला"

शिक्षक , शासकीय माध्यमिक शाला -- सुरडोंगर. जिला- बालोद (छ.ग.)491230 मोबाईल -- 9753269282.