कविता

सजेगी दरबार

उदय हुआ नये पथ का
जन जन में फैला संदेश
सम्पूर्ण समाज का ख्याल कर
देखो आया सुप्रीम उपदेश।
भारत के आर्दश पात्र को
मिला सर्वोच्च स्थान
बढ़ रही है पूरे भारत में
अब अयोध्या की शान।
सभी के घरों में
भारत के कण कण में
बसते हैं श्रीराम
कोई तनिक भी
नही भटक सकता
जो प्रेम से एकबार भी बोले
जय सिया राम ।
अब तो रोज सजेगी दरबार
गूँजेगी घंटिया होगी मन्त्रोचार
पुष्प धूप दीप नित जलेगी
बढेगी आस्था और शिष्टाचार।
आस्था पर लगी सुप्रीम मुहर
सब मिल जुल कर जश्न मनाओ
किसी का न अनहित हो
ऐसी अयोध्या नगरी को बनाओ।
                                “आशुतोष”

आशुतोष झा

पटना बिहार M- 9852842667 (wtsap)