कविता

इम्तिहान…

दूसरों के प्रश्न जब परखते हैं आप का ज्ञान.
सच इसे ही हम सब कहते हैं इम्तिहान.
प्रश्नों के जवाब बताते हैं आपका ज्ञान.
ये दिखाते हैं आप कैसे करते हैं शब्द संधान.
आपकी बौद्धिक कुशलता को बताते हैं उत्तर.
दिखाते हैं लिखाई के प्रति आप कितने तत्पर.
जब भी आप कहीं देने पहुंचे इम्तिहान.
ज्ञान. लिखावट. एकाग्रता का रखें पूरा ध्यान

— उमेश शुक्ल

उमेश शुक्ल

उमेश शुक्ल पिछले 34 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। वे अमर उजाला, डीएलए और हरिभूूमि हिंदी दैनिक में भी अहम पदों पर काम कर चुके हैं। वर्तमान में बुंदेलखंड विश्वविद्यालय,झांसी के जनसंचार एवं पत्रकारिता संस्थान में बतौर शिक्षक कार्यरत हैं। वे नियमित रूप से ब्लाग लेखन का काम भी करते हैं।