गीत/नवगीतपद्य साहित्य

षड़यंत्रों के चक्रवात में लाँघ गई सीता रेखा

षड़यंत्रों के चक्रवात में
लाँघ गई सीता रेखा
छुपे महात्मा की भूषा में
पाखंडी हमने देखा

विपदा की इस विकट घड़ी में
रोग शोक चहुँदिग फैला
पापी रावण के मन में फिर
सोच एक उपजा मैला
श्रमिक बंधु में भय संचारण
पापी को करते देखा
षड़यंत्रों के चक्रवात में
लाँघ गई सीता रेखा

त्रस्त हुए थे त्रेता में भी
काल अभी है कलि वाला
फिर कैसे कह पाऊँगा मैं
सत्य पहनता जय माला
कुटिल बुद्धि ने फेंका पाशा
सत्य पुनः घुटना टेका
षड़यंत्रों के चक्रवात में
लाँघ गई सीता रेखा

विकट शत्रु कोरोना जैसा
इसका रूप नहीं दिखता
इससे भी है अधिक भयानक
वह जो कुटिल कथा लिखता
छुपे महात्मा की भूषा में
पाखंडी हमने देखा
षड़यंत्रों के चक्रवात में
लाँघ गई सीता रेखा

अनंत पुरोहित ‘अनंत’

अनंत पुरोहित 'अनंत'

*पिता* ~ श्री बी आर पुरोहित *माता* ~ श्रीमती जाह्नवी पुरोहित *जन्म व जन्मस्थान* ~ 28.07.1981 ग्रा खटखटी, पोस्ट बसना जि. महासमुंद (छ.ग.) - 493554 *शिक्षा* ~ बीई (मैकेनिकल) *संप्रति* ~ जनरल मैनेजर (पाॅवर प्लांट, ड्रोलिया इलेक्ट्रोस्टील्स प्रा लि) *लेखन विधा* ~ कहानी, नवगीत, हाइकु, आलेख, छंद *प्रकाशित पुस्तकें* ~ 'ये कुण्डलियाँ बोलती हैं' (साझा कुण्डलियाँ संग्रह) *प्राप्त सम्मान* ~ नवीन कदम की ओर से श्रेष्ठ लघुकथा का सम्मान *संपर्क सूत्र* ~ 8602374011, 7999190954 anant28in@gmail.com