पर्यावरण

आदर्श नदी

परमाणु बिजली घर सदैव रखते अपनी समीप की नदी का ध्यान। सबके पीने योग्य स्वच्छ निर्मल पानी है इन नदियों की पहचान। बिजली उत्पादन के बाद पानी नदी में विसर्जित करते पर तकनीकी मापदंडों का करते पालन। पर्यावरण सर्वेक्षण प्रयोगशाला परीक्षण कर सुनिश्चित करती नियमों का अनुपालन। परमाणु बिजली घर कालोनी के निवासी भी नहीं करते देवी देवताओं की प्लास्टिक मूर्तियों का नदी में विसर्जन। स्वयं सेवक सतर्क सजग रहते करते रहते निवासियों को सावधान। प्रदूषण रहित साफ़ स्वच्छ इन नदियों को बनाए रखने में है हर निवासी का योगदान। जल ही जीवन है इस सन्कल्प का पालन कर हर नदी को स्वच्छ रख सकते हैं हम सभी इनसान।

— दिलीप भाटिया 

*दिलीप भाटिया

जन्म 26 दिसम्बर 1947 इंजीनियरिंग में डिप्लोमा और डिग्री, 38 वर्ष परमाणु ऊर्जा विभाग में सेवा, अवकाश प्राप्त वैज्ञानिक अधिकारी