कविता

जीवन 

जीवन का ये पथ कुछ विचित्र है,
कभी ये लगता ममतामयी मर्म स्पर्श है!
कभी दृढ़ और सशक्त बन,
सारी चुनौतियों को झेलता सहर्ष है!

नरंतर बदलाव एवं समय की अनुकूलता
से बनती उसकी परिभाषा उत्कर्ष है!
कभी मीठे स्वप्न की तरह लगता,
कभी लगता एक अत्यंत कठोर संघर्ष है!

स्मृतियाँ का आकर्षण व अनुकर्षन भी
अपने आप में एक उबड़ खाबड़ फर्श है!
सहेज कर रखने पर भी,
इन वस्तुओं से न निकलता कोई निष्कर्ष है!

कुछ बुद्धिजीवी बनते हितैषी,
पर साथ निभाते समय केवल देते परामर्श हैं!
विभिन्न प्रकार के मानवों से साक्षात्कार
बनाता इस जीवन रुपी चित्र को दर्श है!

— रूना लखनवी

रूना लखनवी

नाम- रूना पाठक उप्पल (रूना लखनवी) पता- दिल्ली, भारत मैंने बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी से विज्ञान में स्नातकोत्तर किया है। वर्तमान में, मैं एक फार्मास्युटिकल कम्पनी में वरिष्ठ प्रबंधक की तरह कार्यरत हूँ। साहित्यिक उपलब्धि :- वूमेन एकस्प्रेस, दक्षिण समाचार प्रतिष्ठा, आज समाचार पत्र , कोलफील्ड मिरर , अमर उजाला काव्य (ऑनलाइन) , पंजाब केसरी (ऑनलाइन) , मॉम्सप्रेस्सो में कविताएँ, लघु कथा कहानी, स्वतंत्र अभिव्यक्ति की रचनाएँ प्रकाशित। सम्पर्क https://www.facebook.com/Runa-Lakhnavi-108067387683685 सम्मान: 1. मॉम्सप्रेस्सो हिन्दी लेखक सम्मान; 2. राष्ट्रीय कवयित्री मंच- नारी शक्ति सम्मान 2020 3. साहित्य संगम संस्थान- सम्मान 4. अभिनव साहित्यिक मंच - सम्मान