गीत/नवगीत

वीणा वादिनी वर दे

वर दे वीणा वादिनी वर दे!
लिख न पाऊं जो जीवन मे
आप विराजो अन्तर्मन मे
नव भारत के नव आंगन मे
ज्ञानदीप धर दे!
वर दे वीणा वादिनी वर दे!
उर मे अब उजियारा आए
प्रेम गीत हम मिलकर गाएं
शान्ति राह मे चलते जाएं
तम को तू हर ले!
वर दे वीणा वादिनी वर दे!
पुस्तक धारिणी, ज्ञान बाँट दो
वीणा वादिनी, सुर को साध दो
जग सुरमय कर दे!
वर दे वीणा वादिनी वर दे!
श्वेत वस्त्र सच्चाई का है
हंस सवारी माई का है
सत्य सुगम कर दे!
वर दे वीणा वादिनी वर दे!
— जवाहर लाल सिंह