हाइकु/सेदोका

बसंत पर हाइकू

बसंत ऋतु
आयी मनभाई रे
बहे पवन

माँ वीणापाणि
की करती प्रार्थना
मन मानस

माते शारदे
करती हूं वन्दना
हाथ जोड़ के

नव पल्लव
मन कुसुमित है
आम्र बौराये

आया बसंत
पीत वसनी धरा
सुमन खिले

— डॉ मीरा त्रिपाठी पांडेय

डॉ. मीरा त्रिपाठी पांडेय

जन्म तिथी : १ नवम्बर, मिर्ज़ापुर (उत्तर प्रदेश) । शिक्षा : एम. ए. (हिंदी साहित्य, राजनीति शास्त्र), पी. एच. डी - काशी हिन्दू विश्वविद्यालय बी.एड - मुंबई वि. वि ध्यान प्रशिक्षिका- महर्षि अंतराष्ट्रीय वि. वि, नॉएडा । कार्य अनुभव : प्रवक्ता, अकबर पीरभोय महाविद्यालय संबद्ध मुंबई विश्वविद्यालय, विभागाध्यक्ष- हिंदी विभाग । प्रकाशन एवं प्रसारण : कविताओं, कहानियों एवं अन्य रचनाओं का पत्र पत्रिकाओँ में सत्त प्रकाशन । प्रकाशन : साझा संकलन: मुंबई की हिंदी कवयित्रियाँ, सीप के मोती, काव्यप्रवाहिनी, अनुभव: कहानी संग्रह, काव्यधारा, काव्यतारंगिणी, मासूम सपने, भारत की सर्वश्रेष्ठ कवयित्रियाँ । एकल संकलन: एक थी गौरी, अंतरमन के द्वार, उस मीरा से इस मीरा तक- काव्यांजलि, मन के आर- पार । एवं आकाशवाणी वाराणसी, इलाहाबाद, और मुंबई से प्रसारित कविताएँ । महाराष्ट्र साहित्य अकादमी में काव्य पाठ । राष्ट्रीय- अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर काव्य पाठ । सम्मान : महाराष्ट रामलीला उत्सव समिति, मुंबई- सम्मान पुरस्कार अग्निशिखा साहित्य गौरव सम्मान, मुंबई । मुंबई वि वि प्रायोजित अन्तर्राष्ट्रीय रामायण सम्मलेन, सहभागिता एवं सम्मान । विश्व हिंदी लेखिका मंच दिल्ली, सम्मान पत्र । विश्व हिंदी रचनाकार मंच दिल्ली, सम्मान पत्र । हिंदी सागर दिल्ली, कविता प्रकाशित । सेतु जर्नल पीटर्सबर्ग अमेरिका, कविता प्रकाशित । पुस्तक भारती कनाडा, कविता प्रकाशित । श्री राम एक्सप्रेस ग्वालियर, कविता प्रकाशित । काव्य रंगोली उ.प्र, कविता प्रकाशित । अमर उजाला, कविता प्रकाशित । जीवन प्रभात, कविता प्रकाशित । भारत विलक्षणता वाराणसी उ.प्र- वाग्देवी पुरस्कार । हिंदी साहित्य अकादमी मुंबई- काव्य पुरस्कार । कीर्ति कॉलेज मुंबई, पर्यावरण सुचिता सम्मान । पंजाब नेशनल बैंक- हिंदी दिवस सम्मान । सेंट जॉन थी बैप्टिस्ट कॉलेज- हिंदी दिवस कार्यक्रम में हिंदी दिवस सम्मान । अध्यक्षा- अपराजिता समाज सेवा संस्थान, मिर्ज़ापुर (उ.प्र), विभिन गतिविधियों का क्रियान्वयन.. इत्यादि । कोरोना से सम्बंधित रचनाओं, लघुकथाओं का विभिन पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशन- प्रसारण ।