Author: *मनमोहन कुमार आर्य

धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

वेद में पशु हत्या निषेध, पशु रक्षा का विधान और मांसाहार

ओ३म् अनेक अज्ञानी व स्वार्थी लोग बिना प्रमाणों के प्राचीन आर्यों पर मांसाहार का मिथ्या आरोप लगाते हैं। वह स्वयं

Read More
सामाजिक

गृहस्थ आश्रम पर महर्षि दयानन्द के कुछ ग्राह्य विचार

ओ३म् महर्षि दयानन्द सिद्ध योगी और बाल ब्रह्मचारी थे। उन्होंने समस्त वेदों एवं वैदिक साहित्य का तलस्पर्शी अध्ययन किया था

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

आत्मा को भुला देने से विश्व में अशान्ति आदि समस्त समस्यायें

ओ३म् मनुष्यों द्वारा अपनी आत्मा व शरीर में भेद न करने व आत्मा व शरीर को एक मान लेने के

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

महर्षि दयानन्द के मुख्य कार्य वेदभाष्य का उनके द्वारा प्रस्तुत नमूना

ओ३म् महर्षि दयानन्द ने अपने जीवन के प्रारम्भिक 38 वर्ष धार्मिक व आध्यात्मिक तथ्यों के अन्वेषण व अध्ययन सहित योग

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

महर्षि दयानन्द का जर्मन मूल के ब्रिटिश संस्कृतज्ञ विद्वान प्रो. मैक्समूलर पर चमत्कारिक प्रभाव

ओ३म् प्रोफेसर मैक्समूल जर्मनी में जन्में इंग्लैण्ड के निवासी और संस्कृत के जानकार विद्वान थे। अंग्रेजों ने भारत में अपने

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

ईश्वर का अवतार होना सत्य वैदिक सिद्धान्तों के विरुद्ध है।

ओ३म् महाभारत काल के बाद भारत में ज्ञान का लोप होने से अन्धकार फैला। ऐसे ही समय में वेद व

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

पाप दूर करने का वैदिक साधन अघमर्षण के तीन मन्त्र व उनके अर्थ

ओ३म् मनुष्य जाग्रत अवस्था में कोई न कोई कर्म अवश्य करता है। यह कर्म दो प्रकार के होते हैं जिन्हें

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

पृथिवी पर श्रेष्ठ धर्म वैदिक धर्म और श्रेष्ठ संगठन आर्यसमाज

ओ३म् ईश्वर, जीवात्मा और प्रकृति का अस्तित्व सत्य है। किसी भी विषय में सत्य केवल एक ही होता है। जिस

Read More
धर्म-संस्कृति-अध्यात्म

ईश्वर का साक्षात्कार समाधि अवस्था में ही सम्भव

ओ३म् संसार के अधिकांश मत-सम्प्रदाय और लोग ईश्वर के अस्तित्व को मानते हैं और यह भी स्वीकार करते हैं कि

Read More