महर्षि दयानन्द के बहुप्रतिभावान् अद्वितीय शिष्य स्वामी श्रद्धानन्द
ओ३म् महर्षि दयानन्द (1825-1883) ईश्वर के सच्चे स्वरुप के जिज्ञासु तथा उसकी प्राप्ति के उपायों के अनुसंधानकर्त्ता थे। बाइसवें वर्ष
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Read Moreओ३म् आज 4 नवम्बर 140 वीं जयन्ती पर स्वतन्त्रता आन्दोलन के इतिहास में भाई परमानन्द जी का त्याग, बलिदान व
Read Moreनगाधिराज हिमालय की यमुना घाटी मंदिर स्थापत्य कला की दृष्टि से अत्यंत वैभवशाली व सम्पन्न रही है। उत्तराखंड की राजधानी
Read Moreओ३म् – देशवासियों के आदर्श एवं प्रेरणास्रोत- ‘माता भूमि पुत्रो अहं पृथिव्या’ इस वेद की सूक्ति में निहित मातृभूमि की
Read Moreभारत में परमाणु शक्ति का विकास करने वाले महान् वैज्ञानिक डा. होमी जहांगीर भाभा का जन्म 30 अक्टूबर 1909 को
Read Moreकोलकाता को मैं हमेशा कलकत्ता ही बोलता हूं। अभी तक मैंने यह शहर सिर्फ अखबार, टीवी, तस्वीरों और इंटरनेट के
Read Moreकाला पहाड़ बांग्लादेश। यह नाम स्मरण होते ही भारत के पूर्व में एक बड़े भूखंड का नाम स्मरण हो उठता
Read Moreओ३म् श्री शिवनाथ आर्य हमारी युवावस्था के दिनों के निकटस्थ मित्र थे। उनसे हमारा परिचय आर्यसमाज धामावाला देहरादून में सन्
Read Moreओ३म् आज 159 वीं जयन्ती पर गुजरात की भूमि में महर्षि दयानन्द के बाद जो दूसरे प्रसिद्ध क्रान्तिकारी देशभक्त महापुरूष
Read Moreओ३म् “आर्य” शब्द की उत्पत्ति का इतिहास वेदों पर जाकर रूकता है। वेदों में अनेको स्थानों पर अनेकों बार आर्य
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