कविता

सच्चा सपुत

भारत. मॉ का सच्चा सपुत
वह. फौजी कहलाता है
आए विघ्न बाधाओ को देख
कभी नही घबराता
डटा रहता वह सदैव सीमा पर
पीठ कभी न दिखाता
दुश्मनो को छक्के छुङाने मे
हमेशा आगे रहता
सीना पर गोली खाकर
भारत की रक्षा करता
घर की फिकर नही उसे
लेकिन देश का फिकर करता
मातृभूमि की रक्षा हेतु
अंतीम सांसो तक लङता रहता
प्राण न्यौछावर कर अपना
मॉ का कर्ज चुकाता
भारत मॉ का सच्चा सपुत
वह फौजी कहलाता……..
…….निवेदिता चतुर्वेदी…

निवेदिता चतुर्वेदी

बी.एसी. शौक ---- लेखन पता --चेनारी ,सासाराम ,रोहतास ,बिहार , ८२११०४