मरीन ड्राईव (1090 चैराहा) बना लखनऊ का नया आकर्षण -मनोज ‘‘मौन’’
लखनऊ शहरवासियों के मध्य कभी बेगम हजरत महल पार्क, ग्लोब पार्क, हाथी पार्क, बुद्धा पार्क, नीबू पार्क आकर्षण का केन्द्र हुआ करते थे। धीरे धीरे समय ने करवट ली लखनऊ में जीवन शैली ने गतिशीलता बढ़ने लगी। हजरतगंज की मशहूर शाम-ए-अवध का शबाब पूरे विश्व में घूमने के लिए मशहूर था। बदलते आधुनिकीकरण के दौर में आदमी का मनोरंजन के लिए समय निकालने की कमी दिनो दिन बढ़ने लगी। मोबाइल पर दोस्तो से चैट हुई या ह्वाट्स एप पर मैसेंजिंग हुई और शहर के बीस से पच्चीस किलो मीटर की दूरी तय करते हुए घुमने-फिरने और मनोरंजन हेतु, शाम को गुलजार करने के लिए मरीन ड्राईव (1090 चैराहे) पर एकत्रित होने लगे। युवा वर्ग का जोश देखते ही बनता है कभी-कभी ये अपनी बाइक से स्टन्ट करते है, तो कभी युगल के साथ मनोरजन करते इधर उधर दिख ही जाते हैं। यहां पर प्यार भरी बातचीत में मशगूल होते है कि उनके बगल से कोई भी गुजर जाता है उन्हे उसकी आहट तक की अनुभूति ही नहीं होने पाती है। कुछ युगल जोड़े तो अपना लैपटाप लेकर यहां पर भी उसके साथ अपने आफिस की अगले दिन क्या करना है इसकी योजना आदि भी बनाते देखे जा सकते हैं। फेसबुक व ह्वाट्स एप में लगे लोग देखे जा सकते है। चैराहे पर लगा फौव्वारा एक किनारे बहते हैदर कैनाल के बगल में पराग बूथ एक ओर म्यूजिकल फॅन्टेन दूसरी ओर अम्बेडकर द्वार जिसके दोनों ओर खूबसूरत पार्क दोनो पार्कों में लगा हुआ फौव्वारा लोगो को अनायास ही अपनी ओर आकर्षित करता हैै। एक ओर महिला सुरक्षा के लिए 1090 हेल्पलाईन कार्यालय स्थित है जिससे महिलाओं की सुरक्षा के टोल फ्री काॅल स्वीकार की जाती है और सुरक्षा के लिए आवश्यकतानुसार पुलिस सेवा भी ली जाने की व्यवस्था है साथ ही काउंसलिंग भी प्रदान की जाती है। यहीं पर पार्क से लगे हुए व्यंजन के खोमचे आज लोगों को मनोरंजन के साथ ही चाट, चाइनिज, बर्फ के गोले, पांच पानी के बताशे टिक्की देशाी बर्गर, लाई-चना भूजा, आइसक्रीम, आम का पना, खाने पीने वाले समान के साथ बाल मनोरंजन के लिए गुब्बारे वाले गुब्बारे के साथ पार्क में घुमते हुए आराम से देखे जा सकते हैं। लखनऊ मे नवीनतम स्जन की कड़ी में विभिन्न आयाम अभी जोड़े जा रहे हैं इस क्रम में नदियों के किनारों को संवारा जा रहा है वहीं तीन पुलों पर से रंगीन झरने गिराने व पुलों पर रंगीन रोशनी से सजाया और संवारा जा रहा है जिसका प्रभाव आने वाली पीढ़ी को मनोरंजन, खेल-कूद के लिए स्थान, खूबसूरत झरने आदि का निमार्ण कार्य तीव्र गति से चल रहा है। आने वाले वर्ष 2016 तक इसकी खूबसूरती सभी पर्यटकों को अपनी ओर बरबस ही खींच लेगी। नवीन विकास के नये स्वरूप को प्राप्त करने में क्रेन्द्र सरकार द्वारा चलाई जा रही स्मार्ट सिटी परियोजना में लखनऊ चयन होना सुखद अनुभूति दायक सिद्ध होगा। युवा वर्ग के लिए उत्साह प्रदान करने वाला स्थान परिवार के साथ लोगों का अम्बेडकर द्वार के बगल स्थित पार्कों में हर्षोल्लास के साथ समय व्यतीत करना और फिर उपर आकर कुछ खाकर परिवार को आनन्दित नये स्पंदन के साथ वापस घर आना एक सुखद अहसास लखनऊ की उस उक्ति को सार्थक करता है जिसमें कहा जाता है कि:- ‘‘ मुस्कराईये की आप लखनऊ में हैं।’’