पिरामिड………
1-
ये
खेत
उगाते
हरियाली
करो न रंगाई
बीज खूं न भरो
उगी है बेहयाई॥
2-
है
यही
सड़क
जो जाती
तुम्हारे घर
निहारती खेत
देखते हुए नेत॥
— महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी
1-
ये
खेत
उगाते
हरियाली
करो न रंगाई
बीज खूं न भरो
उगी है बेहयाई॥
2-
है
यही
सड़क
जो जाती
तुम्हारे घर
निहारती खेत
देखते हुए नेत॥
— महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी