सड़क
लम्बी है
मैदानों से गुजरती
पहाड़ों पे चलती
सुरंगों से भी निकलती
कभी दाएं मुडती
कभी बाएँ मुडती
और
कई आते हैं यूटर्न
कहीं कच्ची भी है
कहीं पक्की भी
चौड़ी है कहीं
कुछ जगह संकरी भी
मार्गदर्शन करते साइन बोर्ड
कहीं हैं तो कहीं नहीं हैं
इसी सड़क से गुजरकर
पहुंचते हैं कुछ राही मंजिल तक
कुछ बीच सफ़र मे ही
थक कर हार जाते हैं
और खो जाते हैं
अपना अपना अनुभव है
सड़क पर सफ़र तय करने का
कुछ अपनी गाडी खुद चलाते हैं
कई दूसरों के सहारे ही निकल पड़ते हैं
मंजिल की ओर
अच्छा है गाडी चलाना ना आने पर
किसी और के सहारे सुरक्षित पहुंचा जाए
नहीं बदलेगी सड़क अपने आयाम
बदलना होगा मंजिल के प्यासे को
सही चुनाव करना होगा
बलखाती सड़क पर
सतर्क रहना होगा पूरे सफ़र मे
क्यूंकि सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी
धीमी करनी होगी रफ़्तार
हर गड्डे, हर मोड़ पर
और जहाँ संकरी है सड़क
अपने आप पर रखना होगा नियंत्रण
तभी प्राप्त होगा सुखद अनुभव
मंजिल तक पहुँचने का