कविता

सड़क

लम्बी है
मैदानों से गुजरती
पहाड़ों पे चलती
सुरंगों से भी निकलती
कभी दाएं मुडती
कभी बाएँ मुडती
और
कई आते हैं यूटर्न
कहीं कच्ची भी है
कहीं पक्की भी
चौड़ी है कहीं
कुछ जगह संकरी भी
मार्गदर्शन करते साइन बोर्ड
कहीं हैं तो कहीं नहीं हैं
इसी सड़क से गुजरकर
पहुंचते हैं कुछ राही मंजिल तक
कुछ बीच सफ़र मे ही
थक कर हार जाते हैं
और खो जाते हैं

अपना अपना अनुभव है
सड़क पर सफ़र तय करने का
कुछ अपनी गाडी खुद चलाते हैं
कई दूसरों के सहारे ही निकल पड़ते हैं
मंजिल की ओर
अच्छा है गाडी चलाना ना आने पर
किसी और के सहारे सुरक्षित पहुंचा जाए
नहीं बदलेगी सड़क अपने आयाम
बदलना होगा मंजिल के प्यासे को
सही चुनाव करना होगा
बलखाती सड़क पर
सतर्क रहना होगा पूरे सफ़र मे
क्यूंकि सावधानी हटी तो दुर्घटना घटी
धीमी करनी होगी रफ़्तार
हर गड्डे, हर मोड़ पर
और जहाँ संकरी है सड़क
अपने आप पर रखना होगा नियंत्रण
तभी प्राप्त होगा सुखद अनुभव
मंजिल तक पहुँचने का

अर्जुन सिंह नेगी

नाम : अर्जुन सिंह नेगी पिता का नाम – श्री प्रताप सिंह नेगी जन्म तिथि : 25 मार्च 1987 शिक्षा : बी.ए., डिप्लोमा (सिविल इंजीनियरिंग), ग्रामीण विकास मे स्नातकोत्तर डिप्लोमा। पेशा : एसजेवीएन लिमिटेड (भारत सरकार एवं हिमाचल प्रदेश सरकार का संयुक्त उपक्रम) में सहायक प्रबन्धक के पद पर कार्यरत l लेखन की शुरुआत : सितम्बर, 2007 से (हिमप्रस्थ में प्रथम कविता प्रकाशित) l प्रकाशन का विवरण (समाचार पत्र व पत्रिकाएँ): दिव्य हिमाचल (समाचार पत्र), फोकस हिमाचल साप्ताहिक (मंडी,हि.प्र.), हिमाचल दस्तक (समाचार पत्र ), गिरिराज साप्ताहिक(शिमला), हिमप्रस्थ(शिमला), प्रगतिशील साहित्य (दिल्ली), एक नज़र (दिल्ली), एसजेवीएन(शिमला) की गृह राजभाषा पत्रिका “हिम शक्ति” जय विजय (दिल्ली), ककसाड, सुसंभाव्य, सृजन सरिता व स्थानीय पत्र- पत्रिकाओ मे समय- समय पर प्रकाशन, 5 साँझा काव्य संग्रह प्रकशित, वर्ष 2019 में अंतिका प्रकाशन दिल्ली से कविता संग्रह "मुझे उड़ना है" प्रकाशितl विधाएँ : कविता , लघुकथा , आलेख आदि प्रसारण : कवि सम्मेलनों में भागीदारी l स्थायी पता : गाँव व पत्रालय –नारायण निवास, कटगाँव तहसील – निचार, जिला – किन्नौर (हिमाचल प्रदेश) पिन – 172118 वर्तमान पता : निगमित सतर्कता विभाग , एसजेवीएन लिमिटेड, शक्ति सदन, शनान, शिमला , जिला – शिमला (हिमाचल प्रदेश) -171006 मोबाइल – 09418033874 ई - मेल :[email protected]