कविता

हिचकी

कहते हैं
जब कोई किसी को
दिल से याद करता है
तो हिचकी जरूर आती है
तुम्हे भी रोज़ सुबह
और शाम
हिचकी आती तो होगी
नहा कर
आईने के सामने
जब खड़ी होती होगी
तो मेरी भी याद
सताती तो होगी
वो मेरा
बार बार तुमसे झगड़ना
बात बात पर अकड़ना
और नाराज़ होके
कितने दिन बात न करना
ये बात
हो न हो
तुम्हारा भी दिल दुखाती तो होगी
रोज़ सुबह और शाम
हिचकी आती तो होगी

महेश कुमार माटा

नाम: महेश कुमार माटा निवास : RZ 48 SOUTH EXT PART 3, UTTAM NAGAR WEST, NEW DELHI 110059 कार्यालय:- Delhi District Court, Posted as "Judicial Assistant". मोबाइल: 09711782028 इ मेल :- mk123mk1234@gmail.com