“कुंडलिया”
शिक्षा सर्वोपरी हुई, ऋतु वर्षा का दौर
छाता पोथी दफ्तरी, नेक बाल शिरमौर
नेक बाल शिरमौर, लगन लग गई पढ़ाई
क्या कर लेगी बाढ़, लड़ूंगा सिंह लड़ाई
कह गौतम कविराय, भविष्य भाग्य अरु भिक्षा
अपने कर परिणाम, सतसंगति साधे शिक्षा।।
महातम मिश्र, गौतम गोरखपुरी