गीतिका/ग़ज़ल

रावण

काम वो शैतान ऐसा कर गया।

नाम फिर बदनाम सारा कर गया।।

राम का धर वेश रावण आ गया।

काम वो हैवानियत का कर गया।।

क्या किया इंसानियत के नाम पर।

जुर्म का व्यापार कैसा कर गया।।

कब तलक नारी सहेगी जुल्म ये।

पाप काली को बुलावा कर गया।।

छल कपट करता रहा पापी सदा।

रहनुमा बन कर छलावा कर गया।।

जयंती सिंह लोधी

नाम - जयंती सिंह लोधी पिता का नाम - स्व.श्री मोहन सिंह लोधी माता का नाम - श्रीमती काशी बाई लोधी पति का नाम - श्री भगत सिंह ठाकुर स्थाई पता - H.I.G 18 राजीव नगर शिवाजी वार्ड सागर म.प्र. फोन no- 07582-236199 मो- 7389281010 शिक्षा - स्नातक जन्म - 15-4-1969 स्थान - देवरी कलां सागर प्रकाशन विवरण - कविता संग्रह जीवन पथ