व्यंग्य – हिंदी का सच्चा सेवक
हिंदी पखवाड़े के तहत आज गांव के गांधी मैदान में जननेता गिरोड़ीमल का भाषण होने वाला है। लोग अपने प्रिय नेता को सुनने के लिए भारी संख्या में इकट्ठा हुए हैं। आखिरकार कार्यक्रम का आगाज हुआ और गिरोड़ीमल मंच पर हिंदी के हित में अपना भाषण देने के लिए आ ही गए। लोगों के हुजूम ने जननेता का तालियों की गड़गड़ाहट के साथ जोरों-शोरों से अभिनंदन किया।
गिरोड़ीमल ने भी अभिनंदन स्वीकार करते हुए सबको ‘थैंक्यू’ कहा। और बोलना शुरू किया – मेरे प्यारे भाइयों और बहनों ! आज हम सभी हिंदी पखवाड़े के तहत हिंदी के हित में कुछ बातें करने के लिए यहां एकत्रित हुए हैं। हम सबको हिंदी का ज्यादा से ज्यादा ‘यूज’ करना चाहिए, क्योंकि हिंदी हमारी मातृभाषा है। इतने सुनते ही मेरे पास में बैठे गांव के अस्सी वर्षीय रामू काका ने अपनी कोनी मारते हुए कहा – बेटा ! नेताजी के कहे ‘यूज’ शब्द का अर्थ तो बताओ। हमको हिंदी पढ़ते हुए अस्सी वर्ष हो गए। हमने तो कभी हिंदी में ऐसे किसी शब्द का आजतक नाम नहीं पढ़ा ! कोई नया शब्द आया है क्या?
मैंने कहा – काका ! नेताजी पढ़े लिखे हैं, अंग्रेजी में बोल रहे हैं। हिंदी में ‘यूज’ यानी ‘उपयोग’ होता है। इस उपयोग का उपयोग करने में नेताजी की पीएचडी है। इस पर रामू काका ने मुझे आश्चर्यपूर्वक देखा। नेताजी ने आगे कहा – हिंदी को लेकर हम ‘पार्लियामेंट’ में बहुत लड़े हैं। हिंदी को आगे बढ़ाने के लिए भाइयों और बहनों हम बहुत ‘स्ट्रगल’ किये हैं और यदि आप अगले चुनाव में भारी वोटों से हमें जीतायेंगे तो आगे भी बहुत ‘स्ट्रगल’ करेंगे। रामू काका ने फिर मुझे कोनी मारी ओर कहा – बेटा ! ‘पार्लियामेंट’ और ‘स्ट्रगल’ का मतलब? यह भी कोई अंग्रेजी मच्छर है क्या?
मैंने कहा – हां, काका ! ‘पार्लियामेंट’ यानी ‘संसद भवन’ और ‘स्ट्रगल’ यानी ‘संघर्ष’ होता है। यह संघर्ष नेताजी ने इतना किया है कि एक बड़ा बंगला और दो बीएमडब्लू कारें बंगले के बाहर खड़ी कर दी है। अंत में नेताजी ने मार्मिक स्वर में कहा – भाइयों और बहनों ! हमसे ‘प्रोमिस’ कीजिये कि आप सभी हिंदी का हर समय ‘यूज’ करेंगे। जनता ने तालियों के शोर के साथ ‘हां’ कही और नेताजी ने विदा ली। लेकिन रामू काका ने फिर मुझसे सवाल किया – बेटा ! अब ‘प्रोमिस’ का मतलब भी बता ही दो। मैंने कहा- काका ! ‘प्रोमिस’ वह लॉलीपॉप है, जिसके चक्कर में फंसकर हम ऐसे हिंदी के सच्चे सेवकों को हर बार चयन करते हैं।