कविता

इसरो का शोर

चाँद की नगरी में
इसरो-इसरो का शोर
पुरे ब्रह्माण्ड में
इसरो का नहीं जोड़।
चाँद की तस्वीर का
अब तो नित दीदार करेंगे
रोज नये चमत्कारो के लिए
सब मिलकर प्रयास करेंगे।
चाँद के रहस्मयी लोको
का अध्ययन करेंगे
निराशा को आशा में बदलने का
नये-नये प्रयोग करेंगे।
चाँद की नगरी का
इसरो राजा होगा
सारा जग उसके
शौर्य को सलाम करेंगे।
चाँद होगा चाँदनी होगी
चाँद की नगरी में
इसरो की ही कहानी होगी
तेरे बुलंद हौसलो को
सब प्रणाम करेंगे।
अदभूत अविश्वसनीय
करिश्मा रही है तेरी
मंजिलों को पाना ही
सिर्फ जुनून है तेरी।
आशुतोष

आशुतोष झा

पटना बिहार M- 9852842667 (wtsap)