हिंदी दिवस पर शिक्षकों का सम्मान
लखीमपुर खीरी। रंगोली हिंदी साहित्यिक संस्था एवं श्याम सौभाग्य फाउंडेशन तथा राहुल ट्यूब कंपनी कानपुर के संयुक्त तत्वावधान में अखिल भारतीय शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन पंडित दीनदयाल उपाध्याय विद्या मंदिर इंटर कॉलेज गोला रोड लखीमपुर खीरी में संपन्न हुआ। जिसमें देश विदेश से चयनित 30 शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को गुरु गोविंद सम्मान से सम्मानित किया गया। 6 महानुभावों को गुरु गोविंद महिमामंडन सम्मान एवम 6 महानुभावों को विशिष्ट अतिथि कर रूप में सम्मानित किया गया। पड़ोसी देश नेपाल से आए हुए शिक्षक थी श्रीमती कृष्णा पांडे परिवर्तन फाउंडेशन नेपाल की संस्थापक एवं अध्यक्ष तथा इंटर कॉलेज की प्रवक्ता एवं योगा टीचर को उनके द्वारा समाज को दिए जा रहे दिशानिर्देश के लिए सम्मानित किया गया।
घनश्याम वैश्य एवं मनोज राजा श्रीवास्तव नेपालगंज के रहने वाले शाश्कीय शिक्षकों को शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए सम्मानित किया गया।
नेपाली मेहमानो द्वारा मुख्य अतिथि जिला विद्यालय निरीक्षक महोदय जी को नेपाली टोपी पहने कर घनश्याम वैश्य जी द्वारा अन्यराष्ट्रीय सम्मान प्रदान किया गया,मनोज राजा द्वारा विशिष्ट अतिथियों को नेपाली तांगा (गमछा) भेंट कर स्वागत किया गया एवम कृष्णा पाण्डेय जी द्वारा आशुकवि नीरज अवस्थी को नेपाली राष्ट्र ध्वज का बैज लगाकर स्वागत सम्मान किया गया।
काव्य रंगोली संस्था को विशेष सहयोग करने के लिए सुश्री क्षमा टंडन ,डॉ. एससी मिश्रा जी, डॉ. मृदुला शुक्ला, सुश्री निर्मला शुक्ल जी, अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त अवधी रचनाकार फारुख सरल जी,ओम नीरव जी लखनऊ को विशेष तौर पर महिमामंडन गुरु गोविंद सम्मान से सम्मानित किया गया। क्षेत्र के प्रमुख समाजसेवी मोहन बाजपेई जी को विशिष्ट अतिथि के तौर पर नागरिक अभिनंदन एवम गुरु गोविंद महिमामंडन सम्मान से सम्मानित भी किया गया।
मुख्य अतिथि की भूमिका में जिला विद्यालय निरीक्षक महोदय , विशिष्ट अतिथि में बेसिक शिक्षा अधिकारी महोदय उपजिलाधिकारी महोदय सदर सेवक सिंह अजमानी, मोहन बाजपेई जी लखीमपुर खीरी उपलब्ध रहे। तथा समस्त शिक्षकों को सम्मानित किया विद्यालय प्रधानाचार्य श्री शेषधर द्विवेदी एवं देवी प्रसाद तिवारी जी उप प्रधानाचार्य घनश्याम तोलानी जी उपाध्यक्ष एवम एस सी मिश्र जी की कार्यक्रम में महती भूमिका रही।
सरस्वती वंदना डॉक्टर मृदुला शुक्ला एवं संचालन संस्था अध्यक्ष संस्थापक आशुकवि नीरज अवस्थी तथा डॉ मृदुला शुक्ल प्रमुख काव्यरंगोली सखी संसार जी ने संयुक्त रूप से किया ।संयोजन आलोक शुक्ला नंदलालमणि त्रिपाठी पीताम्बर गोरखपुर,रीता दीक्षित रजनी सैनी द्वारा कुशलता पूर्वक किया गया प्रथम बाजपेई द्वारा कार्यक्रम को मूर्त रूप देने में महती भूमिका रही मनीष मिश्र मानू निकिता बाजपेयी शिखा मिश्रा कुहू बनर्जी रजनी सैनी मोहमदी प्रेमलता बाजपेयी जी कमलेश धुरंधर कवि कुलदीप समर की गरिमामयी उपस्थित रही। कार्यक्रम की रूपरेखा एवं परिकल्पना डॉक्टर मृदुला शुक्ला द्वारा की गई।स्कूली बच्चों द्वारा संगीतमय भजनों को संगीतमय प्रस्तुति की गई जो कि कार्यक्रम का आकर्षण रहा एवम अन्तराष्ट्रीय लोकगीतकार फ़ारुख सरल जी का ककाव्य पाठ भी हुआ। सम्मानित होने में प्रमुख रूप से सेवक सिंह अजमानी प्रमुख सौरभ सिंह बस्ती,प्रदीप पांडे बहराइची,डॉ विद्यासागर जी लखनऊ, समाज सेवी धर्म शिक्षक मेहताब सिंह भिंडर जी अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक ,आचार्य प्रमोद दीक्षित गुरु शिष्य परंपरा के चंद्रकला आश्रम देवकली, अमूल्यधन बनर्जी जी, लालता प्रसाद बाजपेई शैलेन्द्र श्रीवास्तव जी,श्री राम गोपाल मिश्र, श्री बाबू कुलभूषण लाल श्री संजय सिंह, संतोष मौर्य, आदित्य कुमारी, सुश्री उर्मिला शुक्ला सुश्री निर्मला शुक्ला कुलभूषण जी शुक्ला अब्दुल अंसारी फारुख सरल जी मनोज मेहरोत्रा लहरपुर डॉक्टर नीलम त्रिवेदी सहित लगभग 42 महानुभाव को पुष्प माल्यार्पण, शल्यार्पण ,स्मृति चिन्ह, सम्मानपत्र एवम उपहार देकर सम्मानित किया गया। जिसमें शिक्षक के साथ-साथ समाज को शिक्षा प्रदान करने वाले धार्मिक आध्यात्मिक संस्कारित साहित्य क्षेत्रों के महानुभाव जो किसी न किसी रूप में समाज को शिक्षा प्रदान करते हैं उनको सम्मानित किया गया ।सम्मान समारोह में जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा उद्बोधन करते हुए यह बताया गया कि आप लोग अपने बच्चों में संस्कारों को विकसित करें टीवी मोबाइल के साथ साथ उनको शिक्षाप्रद और प्रेरक संस्मरण कहानियों के माध्यम से जागृत करें प्रेरित करें एवं शिक्षकों का आवाहन किया आप लोग विद्यालय में कठिन परिश्रम से शिक्षा प्रदान करते हो यह प्रयास होना चाहिए कि कोई भी बच्चा विद्यालय में पढ़ने वाला ट्यूशन पढ़ने की आवश्यकता महसूस ना करें विद्यालय में ही उसको इतना पारंगत कर दिया जाए तो उसको अतिरिक्त शिक्षा लेने की लेने की आवश्यकता ना पड़े। समस्त आगंतुकों का आभार आशुकवि नीरज अवस्थी नन्दलालमणि त्रिपाठी पीताम्बर आलोक शुक्ल रजनी सैनी रीता दीक्षित सहित काव्यरंगोली परिवार द्वारा व्यक्त किया।