बालोपयोगी लेख

स्कूल की छुट्टी

लो स्कूल की छुट्टी हुई अब घर जाएंगे। बहुत तेज भूख लगी है जो मम्मी ने बनाया वही खा लेंगे। टी वि का रिमोट मम्मी से छीन कर कार्टून फिल्म देखेंगे। कुछ देर रेस्ट कर के स्कूल से मिला होमवर्क पूरा कर लेगे। स्कूल की मैडम से मिले गुड स्टार को मम्मी को बताएंगे। मैडम से पड़ी डान्ट को मम्मी पापा से छुपा जाएंगे। शाम को पापा से मम्मी उनसे हमारी शिकायत करेगी। पापा कभी डाटते नहीं बस मुस्करा कर चुप रह जाएंगे। घुमाने ले जाएंगे पापा हमारी पसंद की चाकलेट दिलाएंगे। मैदान में पापा के साथ खेल कर मन बहलाएगे। अपनी पसंद की डिश मम्मी से बनवाकर खाकर समय से सो जाएंगे।

सुबह समय से उठकर तैयार हो कर फिर कुछ नया पढ़ने स्कूल चले जायेंगे। दिलीप अन्कल जो बतलाकर गए थे उन अच्छी आदतों को जीवन में अपनाएंगे। बड़ों का कहना मान कर पढ़ लिख कर अच्छे इंसान बनेंगे।

— दिलीप भाटिया 

*दिलीप भाटिया

जन्म 26 दिसम्बर 1947 इंजीनियरिंग में डिप्लोमा और डिग्री, 38 वर्ष परमाणु ऊर्जा विभाग में सेवा, अवकाश प्राप्त वैज्ञानिक अधिकारी