कोरोना
आज शाम का नज़ारा,
बहुत अद्भुत था ,
हर एक के मन को,
रोमांचित कर रहा था।।
हर कोई एक जुट हो कर ,
तैयार था लड़ने को ,
“कोरोना ” वाली बीमारी से,
कोरोना तुम ही नहीं ,
सभी देश के दुश्मन को ,
सबक है आज मिला ,
जरूरत हुई तो देशवासी,
हर खतरे, दुश्मन से लड़ लेंगे।
देशवासियों तुम भी सुनो ,
आज ही नही एकजुट हो,
हर कदम पर एकजुट रहना है ,
दुश्मन कोई भी हो सामने,
मुसीबत हो कैसी भी ,
एकजुट हो कर लड़ना है ।
आओ आज संकल्प ले हम
ऐसे ही एक साथ रहेंगे,
जब भी आएगी कोई ,
मुसीबत बड़ी या छोटी।।
— डॉ सारिका औदिच्य