बुरा मत कहो
वो बदगुमान है बुरा मत कहो
आखिर इंसान है बुरा मत कहो
औरों पे क्या असर होगा, छोड़ो
अपनी जुबान है बुरा मत कहो
पैसों से सब खरीदने वाले लोग
बहुत नादान हैं बुरा मत कहो
उससे निभ न पाया,तुम समझो
अभी परेशान है बुरा मत कहो
बद्दुआएँ दूर तलक जाती हैं
कहीं रमज़ान है बुरा मत कहो
तुम्हारे लिए नहीं तो क्या हुआ
पर भगवान है बुरा मत कहो
— सलिल सरोज