कविता

किताबें

गर हो जाए किसी को किताबों से प्रीत,

फिर ये किताबें भी उससे बातें करती हैं।
कह नहीं पाया है जो उसने जमाने को,
वह बातें अक्सर ये चंद लाइने कहती हैं
गर हो जाए किसी को किताबों से दोस्ती
कि फिर किताबें भी उससे बातें करती हैं
— अभिषेक श्रीवास्तव “शिवाजी”

अभिषेक श्रीवास्तव “शिवा"

पूरा नाम अभिषेक श्रीवास्तव, उप नाम - "शिवा" मूलतः मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले के निवासी हैं, इन्होंने कंप्यूटर विज्ञान के साथ अपनी स्नातक पूर्ण की है, और ये कंप्यूटर के साथ-साथ हिंदी साहित्य में भी काफी रुचि रखते हैं, ये अभी तक करीब 120 पब्लिश रचनाएं लिख चुके हैं ,यह लेखन और पाठन से संबंधित प्रतियोगिताओं और कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए उत्सुक रहते हैं। Insta:- @Shrivastava_alfazz