काव्य संग्रह “अनंता” का लोकार्पण
पटना के कालिदास रंगालय में सामयिक परिवेश द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत दूसरे दिन के कार्यक्रम में युवा कवयित्री शिल्पी कुमारी के काव्य संग्रह “अनंता” का भव्य तरीके से लोकार्पण हुआ जिसमें साहित्य जगत के कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे । दूरदर्शन बिहार के निदेशक श्री राजकुमार नाहर ने युवा कवयित्री को शुभकामना देते हुए कहा कि जिस रचनाकार या साहित्यकार के पास शब्दों को संवारने की कला है उनके लिए कोई सम्मान व पुरस्कार पाना कठिन नहीं होता । अपनी लेखनी के माध्यम से वे ऊंचाइयों को प्राप्त करने की क्षमता रखते हैं । बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ अनिल सुलभ ने कहा कि किसी भी रचनाकार को अपनी लेखनी इतनी प्रखर बनानी चाहिए कि उनकी तारीफ के लिए बंद मुट्ठियाँ भी खुल जाए और तालियाँ बजाने को मजबूर हो जाए । यहाँ तक कि उनकी प्रस्तुति और शब्दों की अभिव्यक्ति ऐसी हो कि मुर्दे भी में भी जान आ जाए और वह भी उठकर रचनाकार के लिए वाह कह उठे ।
लोकार्पण में जाने-माने शायर इरशाद राही , प्रसिद्ध वरिष्ठ कवि आलोक धन्वा तथा जानी-मानी साहित्यकार श्रीमती ममता मल्होत्रा ने भी अपने विचार व्यक्त किए और युवा कवयित्री शिल्पी कुमारी के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी । मंच पर पंकज प्रियम , डॉ सुधा सिन्हा , समर्थ नाहर , संजीव कुमार मुकेश , डॉ मीना कुमारी परिहार जैसे विशिष्ट कवि , कवयित्रियाँ भी उपस्थित थे । युवा कवयित्री शिल्पी कुमारी ने अपने साहित्यिक गुरु श्रीमती किरण सिंह का विशेष आभार व्यक्त किया और बताया कि उनकी प्रेरणा से पन्नों में सिमटते शब्दों ने कैसे एक पुस्तक का खूबसूरत आकार लिया । उन्होंने मंच पर उपस्थित सभी गणमान्य लोगों का तथा सभागार में उपस्थित सभी प्रबुद्धजनों का भी आभार व्यक्त किया और कहा कि इन सभी के स्नेह और आशीर्वाद के सानिध्य में मैं अपनी इस पुस्तक को पाठकों के बीच रखती हूं और उम्मीद करती हूं कि वह भी मुझे अपना स्नेह देंगे