गीत/नवगीत

दिल में है हिंदुस्तान

दीन धर्म की खबर न मुझको, करते हैं अब तेरी पूजा
दिल में है अब हिंदुस्तान, रहा न कोई और दूजा….।।
मात पिता भाई बहन मैं न जानूं, सबसे ऊंचा अब तेरा दर्जा,
नस नस में अब तू बसा,
दीन धर्म की खबर न मुझको, करते हैं अब तेरी पूजा,
दिल में है अब हिंदुस्तान, रहा न अब और कोई दूजा….।
भारत मां के चरणों में, मैंने अपना जीवन वारा,
आयी है मुश्किले पर मैं, कभी भी न हारा
दीन धर्म की खबर न मुझको, करते हैं अब तेरी पूजा
दिल में है अब हिंदुस्तान, रहा न कोई और दूजा….।।

गुड़िया गौतम

जलगांव, महाराष्ट्र