बाल कविता

मेहनत गीत

कल की बात करो मत बच्चों,
आज अभी सब काम करो।
काम बड़ा हैं सारे जग मे,
इसका तुम सम्मान करो।
कल की बातें करने वाले,
सब पीछे रह जाते हैं।
और काम को करने वाले,
आगे बढ़ते जाते हैं।
जीवन में संघर्ष करो तुम,
अगर तुम्हे कुछ पाना हैं।
काम करो बस काम करो,
यदि जग में नाम कमाना हैं।
मेहनत से घबराकर जिसने,
अपनी जान बचाई हैं।
सच मानो तुम प्यारे बच्चों,
उसने मुंह की खाई हैं।
मेहनत करना ही जीवन हैं,
इससे सफलता मिलती हैं।
असंभव भी संभव हो जाता,
मेहनत पर तकदीर बदलती हैं।
सत्य, प्रेम और परिश्रम की,
डगर तुम्हें अपनाना हैं।
मेहनत से अपनी मंजिल पर,
आगे बढ़ते जाना हैं।
श्रम का महत्व हो तो देश बदलने में देर नहीं लगेगी।

— आसिया फारूकी

*आसिया फ़ारूक़ी

राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षिका, प्रधानाध्यापिका, पी एस अस्ती, फतेहपुर उ.प्र